बुधवार प्रदोष व्रत कथा, विधि पूजन
बुधवार प्रदोष व्रत कथा,व्रत नियम,पूजन
बुधवार प्रदोष व्रत करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है ।प्रदोष व्रत के दिन विशेषकर प्रदोष काल में पूजन करना चाहिए। प्रदोष व्रत भगवान शिव का बहुत प्रिय है और यह बहुत अच्छा फल देता है।
अलग-अलग बार के अनुसार अलग अलग प्रदोष व्रत का फल प्राप्त होता है,इस व्रत को करने से 100 गाय दान के बराबर पुण्य मिलता है।इस व्रत को करने मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।इस व्रत में प्रदोष काल में भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन किया जाता है।
प्रदोष व्रत पूजन ;
बुधवार प्रदोष के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा प्रदोष काल में ही की जाती है।
•भगवान गणेश का पूजन सबसे पहले किया जाता है
•उसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है।
•भगवान शिव का अभिषेक करके आरती करें ।
•भोग लगाए और भगवान की आराधना करें।
ॐ नमः शिवाय
बुधवार प्रदोष व्रत कथा ;
एक एक पुरुष का अभी नया नया विवाह हुआ था और दो दिन के बाद ही उसकी पत्नी मायके चली गई, फिर कुछ दिनों बाद वह पुरुष अपनी पत्नी को लेने के लिए गया और जब वह अपनी पत्नी को लेकर आने लगा तब उसके ससुराल पक्ष में उनको बहुत रोका की बुधवार के दिन विदाई करना शुभ नहीं होता है लेकिन वह नहीं माना और अपनी पत्नी को लेकर निकल आया।
नगर के बाहर पहुंचते ही उसकी पत्नी को प्यास लगी , वह पेड़ के नीचे बैठ गई और उसका पति पानी से लेने के लिए निकल आया, जब वह वापस आया तो उसने देखा कि उसकी पत्नी किसी अन्य पुरुष के साथ हंस हंस कर बातें कर रही थी और उसकी ड्यूटी से पानी पी रही थी वह बहुत क्रोधित हो गया।
जब वह उसके पास पहुंचा तो यह देखकर आश्चर्य चकित हो गया कि वह आदमी हूं बहू उसकी ही शक्ल का है और उसकी ही भांति दिखता है। दो पुरुषों को एक सामान देखकर उसकी पत्नी आश्चर्यचकित हो गई और वह दोनों पुरुष आपस में लड़ाई करने लगे वहां पर भीड़ इकट्ठी हो गई सिपाही भी आ गए। और वह सिपाही उसे स्त्री से पूछने लगे तुम्हारा पति कौन है यह सब देखकर वह पुरुष परेशान हो गया और भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना करने लगा कि मुझे क्षमा करें । मैंने बहुत बड़ी भूल की जो अपने सास ससुर की बात नहीं मानी और अब ऐसी गलती कदापि नहीं होगी कृपया अपनी कृपा करें।जैसे ही उसकी प्रार्थनापूर्ण हुई दूसरा व्यक्ति अंतर ध्यान हो गया । दोनों पति-पत्नी आराम से अपने घर पहुंच गए।
इसके बाद दोनों पति-पत्नी बुधवार प्रदोष व्रत करने लगे यह बुधवार प्रदोष व्रत सभी को करना चाहिए।

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